Tuesday, June 4

कांग्रेस मुक्त "भारत निर्माण " का संकल्प हीं एक मात्र विकल्प |

   कांग्रेस भय ,भूख , भ्रष्टाचार और गिरती विकास दर का  पर्यायवाची शब्द बन चूका है |  देश की विकास दर में लगातार गिरावट आ रही है,परन्तु इसके बावजूद सरकार भारत निर्माण का ढिंढोरा पीट रही है | पहले पांच साल और अब चार साल यानी कुल मिलाकर नौ साल के इस कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने घोटाले, लूट, काला बाजारी, मंहगाई के नए रिकॉर्ड बनाए हैं। जो पैसा आम आदमी के विकास में खर्च होना चाहिए था वो कांग्रेस सरकार के नेताओं की तिजोरियों में बंद हो गया है, और अपने तिजोरियों के निर्माण को भारत निर्माण का नाम दे रहें है |

इस सरकार के कार्यकाल के दौरान दुनिया में भारत की साख कमजोर हुई, देश के अंदर नक्सलवाद का खतरा बढ़ा है | देश की सीमाएं असुरक्षित हुई हैं, पड़ोसी देश चीन हमारी जमीनों पर कब्जा कर  रहा है | जहां मंदी व महंगाई एक साथ आ बैठती हैं, बदहवास सरकार सिर्फ किस्मत के सहारे आर्थिक सूरत बदलने का इंतजार कर रही है, इस माहौल में भारत निर्माण का प्रचार तरक्की के खात्मे पर खलनायकी ठहाके जैसा लगता है । रोजगार और कमाई पर जब सबसे ज्यादा तलवारें तनी हैं तब भारत निर्माण का दंभ भरा प्रचार लोगों को चिढ़ाता हुआ महसूस होता है।

एक शसक्त  भारत की कल्पना अब तभी की जा सकती है, जब इस देश के लोग "कांग्रेस मुक्त भारत" का संकल्प करेंगे |